हमारा-इतिहास
खेड़ावाल उद्भव-एक महान यशोगाथा – विश्वनाथ मेहता, दमोह सर्वव्यापक आदिनारायण भगवान श्री हरि के नाभिकमल से सृष्टिकर्ता श्री ब्रम्हाजी की उत्पत्ति सभी पुराणों में वर्णित है। सिंधु घाटी के किनारे अनंत काल पूर्व जिसका कोई सन् या संवत् सिद्ध नहीं किया जा सकता, सृष्टि के साथ ही साथ वेद का ज्ञान प्रकट हुआ है। खेटक …